लेखनी कहानी -01-Jun-2023 कातिल कौन
भाग 42
अदालत में पिन ड्रॉप साइलेन्स था । लोग दम साधकर हीरेन दा की दलीलें सुन रहे थे । उनके चेहरों पर सस्पेंस की लाली छाई हुई थी । सबके मन में एक उत्सुकता थी कि आखिर वह कातिल कौन है जो अपने खिलाफ कोई सबूत छोड़कर नहीं गया है ? इसका मतलब है कि कातिल कोई पेशेवर हत्यारा है । सब लोग कातिल की सूझ बूझ की प्रशंसा करने लगे लेकिन अगले ही पल लोगों के मन में यह भी खयाल आया कि यदि कातिल एक पेशेवर हत्यारा है तो उसने इस कत्ल के लिए अनुपमा का मकान ही क्यों चुना था ? क्या कामवाली बाई कान्ता भी कातिल हो सकती है ? कत्ल जिस तरीके से किया गया है उससे तो लगता नहीं है कि कत्ल कान्ता बाई ने किया होगा । सबकी आंखें हीरेन दा पर ही केन्द्रित थीं । एक वही तो हैं जो इस गुत्थी को सुलझा सकते हैं । सब लोग आशा भरी नजरों से हीरेन दा की ओर देखने लगे ।
हीरेन भी जन भावनाओं को समझ रहा था । वह भी इस रहस्य का जल्दी ही पर्दाफाश करना चाहता था लेकिन वह अंत तक सस्पेंस बनाए रखना चाहता था । इस काम में उसे महारत हासिल थी । उसने जज साहब की ओर मुखातिब होकर बोलना शुरू किया ।
"योर ऑनर, कहते हैं कि कातिल कितना ही होशियार क्यों न हो, कितना ही पेशेवर क्यों न हो , कोई न कोई सुराग तो वह छोड़कर जाता ही है । इस केस में भी कातिल एक बहुत होशियार व्यक्ति है । वह अपना या अपनी गर्लफ्रेंड का बर्थ डे अनुपमा के घर में मनाता है और अनुपमा के बैड पर ही अपनी गर्लफ्रेंड के साथ "स्वर्ग की सैर" भी करता है । इसके बाद वह एक सुपारी किलर का कत्ल भी कर देता है । इन सब बातों से यह स्पष्ट है कि कातिल गजब का दुस्सहसी व्यक्ति है ।
हत्या के बाद लिये गये फोटोग्राफ और फिंगर प्रिंट्स पर अभी तक हमने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है ऑनरेबल सर, जबकि हमें उन पर पहले ही ध्यान देना चाहिए था । ये कुछ फोटोग्राफ्स मैं अदालत को दिखाना चाहता हूं । ये फोटोग्राफ्स उस फर्श के हैं जहां पर समीर की लाश पड़ी हुई थी और उसके चारों ओर खून फैला हुआ था । इन फोटोग्राफ्स को ध्यान से देखने पर पता चलता है मी लॉर्ड कि खून के धब्बों पर जूतों के निशान बने हुए हैं । गौर से देखने से पता चलता है कि वहां पर दो जूतों के और एक सैन्डल के निशान बने हैं । सैन्डल के निशानों को देखकर स्पष्ट होता है कि इनकी साइज छोटी है जिससे यह प्रगट होता है कि ये सैन्डल किसी औरत के ही होंगे । उस रात उस घर में कान्ता बाई थी अत : ये सैन्डल के निशान कान्ता बाई के ही होंगे, यह तय बात है । ये निशान इस प्रकार से बने हैं कि ये घर से बाहर की ओर जाते हुए दिख रहे हैं । इन सैन्डल के निशानों को देखकर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि उस रात कान्ता बाई अनुपमा के घर में रही होगी और कत्ल होने के बाद वह वहां से भाग गई होगी ।
इन निशानों के अतिरिक्त दो जूतों के निशान भी और हैं योर ऑनर । अभी तक की बहस से यह तो मैं सिद्ध कर ही चुका हूं कि उस रात थानेदार मंगल सिंह दो बार उस घर में आया और गया था । ये प्लेन जूतों के निशान मंगल सिंह के होंगे क्योंकि पुलिस के जूतों के तलवे प्लेन ही होते हैं । लेकिन ये जो धारी वाले निशान हैं ये कातिल के जूतों के होंगे क्योंकि ये निशान एक बार घर के अंदर आने के और दो बार घर से बाहर जाने के हैं जो इस बात को तस्दीक करते हैं कि कत्ल के बाद कातिल कान्ता बाई को लेकर तुरंत वहां से चला गया होगा और बाद में सबूत मिटाने या पुलिस को मिसगाइड करने के लिए वह दुबारा आया होगा । तब उसने राहुल का आधार कार्ड वहां पटका होगा, लाश की जेब में अनुपमा का मोबाइल रखा होगा । ये निशान यही कहानी कह रहे हैं मी लॉर्ड ।
मैं पहले ही यह सिद्ध कर चुका हूं योर ऑनर कि उस रात कान्ता बाई अनुपमा के घर में ही थी । उसके साथ कोई एक व्यक्ति और था उस घर में , जिसके साथ कान्ता बाई ने बर्थ डे मनाया था । ये कान्ता बाई के आधार कार्ड की कॉपी है मी लॉर्ड जिस पर उसकी जन्म तिथि 11 नवंबर अंकित है । इस तरह यह तो सिद्ध हो जाता है कि उस रात जन्म दिन कान्ता बाई का नहीं मनाया गया था बल्कि उस व्यक्ति का मनाया गया था जो उसके साथ अनुपमा के घर में था और डिलीवर मैन के अनुसार उसके दाढी मूंछें भी थीं ।
कान्ता बाई के पति राम किशन के दाढ़ी मूंछें हैं ही नहीं और उसका जन्म दिन भी रिकार्ड के अनुसार 21 अगस्त को आता है इसलिए यह भी भली भांति सिद्ध है कि कान्ता बाई के साथ राम किशन नहीं था । तो फिर प्रश्न यह उठता है कि कौन हो सकता है उस रात कान्ता बाई के साथ ?
जब मैंने इस ओर ध्यान दिया तो यह पाया कि कान्ता बाई की शादी को करीब छ : या सात साल हो गए हैं मगर उसके अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है । हर एक औरत की ख्वाहिश होती है मी लॉर्ड कि वह मां बने । एक औरत मां बनने के बाद ही संपूर्ण नारी कहलाती है । कान्ता बाई का मन मां बनने के लिए बेचैन रहने लगा होगा । ये कुछ खिलौने हैं जो उसके घर पर मिले हैं । यहां यह गौर करने योग्य बात है योर ऑनर कि कान्ता बाई के कोई बच्चा नहीं है लेकिन उसके घर से बच्चों के खिलौने मिले हैं जो इस बात को सिद्ध करते हैं कि वह बच्चे के लिए कितनी तड़प रही होगी ।
मैं अदालत के समक्ष एक रिपोर्ट प्रस्तुत करना चाहता हूं मी लॉर्ड जिसमें वर्णित है कि कान्ता बाई गर्भवती है । यह रिपोर्ट "के के डायग्नॉस्टिक सेन्टर" के द्वारा तैयार की गई है जो इस बात की द्योतक है कि कान्ता बाई मां बनने में सक्षम थी लेकिन वह अभी तक मां नहीं बनी थी । इसका मतलब यह हुआ मी लॉर्ड कि राम किशन में ही कोई कमी थी जिसके कारण कान्ता बाई मां नहीं बन पाई थी । इस रिपोर्ट पर अंकित तिथि पर गौर फरमाइए हुजूर कि इस पर 18 मई 2020 की तिथि अंकित है । यदि आप थोड़ा याद करें मी लॉर्ड तो आपको याद आएगा कि यह वह अवधि है जब पूरे देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा हुआ था ।
अब यहां पर यह भी गौर करने वाली बात है माननीय कि यदि कान्ता बाई सन 2020 में गर्भवती थी तो फिर वह अब तक मां क्यों नहीं बनी थी ? बस, इसी प्रश्न में ही सारी पहेली छुपी हुई है मी लॉर्ड । इसका मतलब है कि कान्ता बाई ने वह भ्रूण गिरवाया था । एक ऐसी औरत जो मां बनने को बेचैन हो तो वह औरत अपना बच्चा क्यों गिरवाएगी मी लॉर्ड " ? इसका मतलब है कि वह उस बच्चे को जन्म देना नहीं चाहती थी योर ऑनर । ऐसा करने की क्या वजह हो सकती है मी लॉर्ड, इसे समझने के लिए हमें एक औरत के दिमाग को समझना होगा ।
यह तो तय है कि कान्ता बाई ने एक बच्चे की खातिर किसी पुरुष से संबंध बनाये थे जिसका प्रमाण है यह प्रेग्नेंसी रिपोर्ट । कान्ता बाई बच्चा चाहती थी यह उसके मंतव्य से सिद्ध है लेकिन वह इसे जन्म भी नहीं देना चाहती थी यह उसके कर्म से सिद्ध है । मैं "साकेत अस्पताल" की दिनांक 20 मई, 2020 की रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहा हूं जिसमें स्पष्ट वर्णित है कि कान्ता बाई ने वह बच्चा गिरवा दिया था । अब यहां पर यह गौर करने की बात है योर ऑनर कि कोई भी स्त्री अपना बच्चा कब गिरवाती है ?
इसका सीधा सा उत्तर है मी लॉर्ड कि यदि वह बच्चा अवांछित हो तभी कोई औरत अपना बच्चा गिरवाती है । लेकिन कान्ता बाई के लिए तो वह बच्चा अवांछित नहीं था बल्कि वह तो चिर प्रतीक्षित था । फिर ऐसा क्या कारण था कि न चाहते हुए भी कान्ता बाई को अपना बच्चा गिरवाना पड़ा था ? इसका एक ही उत्तर है योर ऑनर कि बच्चे के साथ उसकी मां का मान सम्मान जुड़ा हुआ है । एक बिन ब्याही लड़की यदि मां बनती है तो वह समाज की दृष्टि में पतिता बन जाती है मगर एक ब्याहता स्त्री मां बने तो इसमें समाज को क्या ऐतराज हो सकता है ?
बस, यही वह बात है जो उस समय कान्ता बाई के दिमाग में चल रही थी । वह जानती थी कि उसके मां बनने से समाज उस पर उंगली नहीं उठाएगा बल्कि उसे बधाई संदेश भेजेगा । मगर उसका पति राम किशन क्या उस बच्चे को अपना लेगा ? यह एक ऐसा प्रश्न है जो उसके दिमाग में घूम रहा था । इसका एक जवाब तो यह है मी लॉर्ड कि राम किशन को पता ही नहीं चलेगा कि वह बच्चा किसका है तो वह उस बच्चे को अपना मानेगा ही मानेगा । नहीं मानने का कोई कारण नहीं है उसके पास । मगर जब उसका पति दो माह से घर से बाहर हो और इस अवधि में कोई औरत गर्भवती हो जाए तो फिर उसका पति उस बच्चे पर प्रश्न तो खड़े करेगा ही योर ऑनर । बस, यही कारण है कि कान्ता बाई को वह बच्चा न चाहते हुए भी गिरवाना पड़ा था ।
हुआ यूं मी लॉर्ड कि राम किशन के गांव बाछरैन, जिला भरतपुर में घर में बंटवारे को लेकर मार्च 2020 में झगड़ा हो गया था । राम किशन के भाई संपत्ति में अपने अपने हिस्से को लेकर झगड़ पड़े थे । समझौता कराने के लिए दिनांक 21 मार्च को गांव की पंचायत बैठी । राम किशन उसमें भाग लेने को अपने गांव आ गया और पंचायत ने फैसला कर इन सब भाइयों का राजीनामा और भाई बंटवारा करवा दिया । ये पंचायत के फैसले की लिखा पढी है हुजूर जिस पर राम किशन और पूरी पंचायत के हस्ताक्षर हैं । सरपंच के भी हस्ताक्षर हैं इस पर । राम किशन काफी दिनों बाद अपने गांव गया था इसलिए उसने सोचा कि एक दो दिन गांव में और रुक जाए थो फिर वह दिल्ली आ जाएगा ।
पर ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था । राजस्थान में 22 मार्च और पूरे भारत में में 25 मार्च, 2020 से लॉकडाउन लग गया । लॉकडाउन के कारण राम किशन अपने गांव में ही फंस गया । उधर दिल्ली में कान्ता बाई पीछे से गर्भवती हो गई । कान्ता बाई यह जानती थी कि राम किशन के बिना यह बच्चा उसके पेट में आया है तो सबसे पहले राम किशन ही इस बच्चे के बारे में पूछेगा तो वह उसे क्या बतायेगी ? उसके पास दो ही रास्ते थे । या तो वह बच्चे को जन्म दे और राम किशन को छोड़ दे या फिर वह राम किशन के साथ रहे और बच्चे को छोड़े । उसने दूसरा विकल्प अपनाया मी लॉर्ड । उसने सोचा कि बच्चा तो तब भी पेट में आ जाएगा जब राम किशन यहीं दिल्ली में होगा । जब राम किशन दिल्ली में रहेगा तब भी वह अपने प्रेमी से बच्चा ले सकती है तब उस बच्चे पर किसी को भी संदेह नहीं होगा । बस, यही सोचकर उसने वह बच्चा तब गिरवा दिया था ।
श्री हरि
28.6.2023
shweta soni
07-Jul-2023 12:23 AM
👌
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Gunjan Kamal
03-Jul-2023 09:23 AM
शानदार भाग
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Punam verma
03-Jul-2023 08:15 AM
Nice
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